जब भी हम कोई लोन लेने या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं, तो सबसे पहले हमारा CIBIL Score चेक किया जाता है। यह तीन अंकों का नंबर हमारे क्रेडिट व्यवहार को दर्शाता है। अगर यह स्कोर अच्छा है, तो हमें आसानी से लोन मिल जाता है और ब्याज दर भी कम होती है। लेकिन अगर यह खराब हो जाए, तो लोन मिलने में मुश्किल आती है। इसीलिए, यह जानना जरूरी है कि कौन-कौन सी गलतियां हमारे CIBIL Score को खराब कर सकती हैं और उनसे कैसे बचा जाए।
तो चलिए इस आर्टिकल में हम आपको यह सब विस्तार से बताते हैं।
CIBIL Score क्या है और इसका महत्व क्यों है?
CIBIL Score एक तीन अंकों का नंबर (300-900 के बीच) होता है, जो हमारे क्रेडिट इतिहास और वित्तीय अनुशासन को दर्शाता है। यह स्कोर क्रेडिट इनफॉर्मेशन ब्यूरो (इंडिया) लिमिटेड (CIBIL) द्वारा तैयार किया जाता है और सभी बैंकों तथा वित्तीय संस्थानों द्वारा इसे मान्यता प्राप्त है।
अगर आपका CIBIL Score 750 से ऊपर है, तो आपको आसानी से लोन मिल सकता है, और कम ब्याज दर का लाभ भी मिलेगा। लेकिन अगर यह 600 से नीचे है, तो आपको लोन मिलने में परेशानी होगी।
CIBIL Score खराब करने वाली 5 सबसे बड़ी गलतियां कौन-कौन सी हैं।
1. समय पर लोन या क्रेडिट कार्ड का भुगतान न करना
अगर आप अपने लोन की EMI या क्रेडिट कार्ड का बिल समय पर नहीं चुकाते हैं, तो यह CIBIL Score के लिए सबसे बड़ा खतरा बन सकता है। देर से भुगतान करने से न केवल आपका स्कोर गिरता है, बल्कि बैंक आपको डिफॉल्टर भी घोषित कर सकते हैं। इसलिए, समय पर भुगतान करें और ऑटो-डेबिट सुविधा का इस्तेमाल करें।
2. क्रेडिट लिमिट का अधिक उपयोग करना
अगर आपके पास 1 लाख रुपये की क्रेडिट लिमिट है और आप हर महीने 80-90 हजार रुपये खर्च कर रहे हैं, तो यह CIBIL को संकेत देता है कि आप वित्तीय रूप से अस्थिर हैं। हमेशा कोशिश करें कि 30% से अधिक क्रेडिट उपयोग न करें।
3. बार-बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करना
अगर आप बार-बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं, तो बैंक आपके CIBIL Report पर ‘Hard Inquiry’ डालते हैं। इससे आपका स्कोर तेजी से गिर सकता है। इसलिए, जरूरत होने पर ही लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करें।
4. क्रेडिट हिस्ट्री को छोटा करना
बहुत से लोग सोचते हैं कि पुराने क्रेडिट कार्ड बंद करने से स्कोर अच्छा होगा, लेकिन ऐसा नहीं है। पुराने क्रेडिट कार्ड या लोन अकाउंट को बंद करने से आपकी क्रेडिट हिस्ट्री छोटी हो जाती है और CIBIL Score पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए, अगर कोई कार्ड बंद करना ही है, तो सबसे नया वाला बंद करें।
5. लोन सेटलमेंट कराना
अगर आपने किसी लोन को पूरी तरह से चुकाने के बजाय सेटलमेंट (Settlement) करवा लिया, तो यह CIBIL पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। यह दर्शाता है कि आप लोन चुकाने में सक्षम नहीं थे और इससे भविष्य में लोन मिलने में दिक्कत आ सकती है।
CIBIL Score सुधारने के आसान तरीके
अगर आपका CIBIL Score कम हो गया है, तो चिंता करने की जरूरत नहीं है। इसे सुधारने के लिए सबसे पहले समय पर EMI और क्रेडिट कार्ड का भुगतान करना जरूरी है। क्रेडिट कार्ड का उपयोग हमेशा 30% से कम रखें ताकि स्कोर प्रभावित न हो। अलग-अलग तरह के लोन जैसे पर्सनल लोन, होम लोन और क्रेडिट कार्ड का सही तरीके से इस्तेमाल करना भी फायदेमंद होता है। समय-समय पर फ्री में अपनी CIBIL रिपोर्ट चेक करें और अगर कोई गलती हो, तो उसे तुरंत सही करवाएं। पुराने क्रेडिट कार्ड और लोन अकाउंट को बिना वजह बंद न करें, क्योंकि यह आपके क्रेडिट इतिहास को मजबूत बनाए रखते हैं। सबसे जरूरी बात, लोन सेटलमेंट कराने के बजाय पूरी राशि चुकाने की कोशिश करें, क्योंकि सेटलमेंट से CIBIL स्कोर पर नकारात्मक असर पड़ता है।
निष्कर्ष
CIBIL Score आपकी वित्तीय स्थिति को दर्शाने का एक महत्वपूर्ण पैमाना है। अगर इसे सही तरीके से मैनेज किया जाए, तो आपको कम ब्याज दर पर लोन मिल सकता है और वित्तीय जीवन आसान हो सकता है। ऊपर बताई गई 5 गलतियों से बचें और अपने CIBIL Score को हमेशा बेहतर बनाए रखें। इससे आपको भविष्य में कभी भी आर्थिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
FAQ
CIBIL Score कितने समय में सुधर सकता है?
अगर आप सभी सही आदतें अपनाते हैं, तो 6 से 12 महीने में आपका स्कोर सुधार सकता है।
क्या बिना लोन लिए CIBIL Score बन सकता है?
नहीं, CIBIL Score बनाने के लिए आपको किसी न किसी तरह का लोन या क्रेडिट कार्ड लेना जरूरी होता है।
क्या एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड होना सही है?
हाँ, लेकिन उन्हें सही तरीके से मैनेज करना जरूरी है। सभी कार्ड की क्रेडिट लिमिट को संतुलित रखें।
CIBIL Report कैसे चेक करें?
आप CIBIL की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर साल में एक बार मुफ्त में अपनी रिपोर्ट देख सकते हैं।
क्या लोन जल्दी चुकाने से CIBIL Score बढ़ता है?
हाँ, अगर आप लोन जल्दी चुकाते हैं तो यह आपकी विश्वसनीयता को बढ़ाता है और CIBIL Score में सुधार होता है।